- केवाईएस ने डी एनरोलमेंट (नामांकन सूची से छात्रों का नाम हटाने) को रद्द करने और पारदर्शी प्रवेश प्रक्रिया की मांग उठाई
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) ने आज अम्बेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली (एयूडी) प्रशासन के कई छात्र-विरोधी फैसलों के खिलाफ कश्मीरी गेट पर आयोजित प्रदर्शन में हिस्सेदारी निभाई। ज्ञात हो कि एयूडी प्रशासन ने मनमाने तौर पर फीस दे पाने असमर्थ कई छात्रों का नामांकन खारिज कर दिया है। इससे पहले इन छात्रों को फीस भरने के विषय में कोई अधिसूचना, एसएमएस या ईमेल नहीं भेजा गया। छात्र संगठनों और वीसी की पिछली मीटिंग में आश्वासन दिया गया था कि फीस में छूट और किश्तों में भरने की सुविधा आदि छात्रों को मुहैया कराया जाएगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन अपने आश्वासन को लागू करने में विफल रहा है।
पिछले कई महीनों से छात्र संगठन अम्बेडकर यूनिवर्सिटी की नई आरक्षण नीति का विरोध कर रहे हैं। इस शैक्षिक सत्र में कई आरक्षित सीटों पर छात्रों को दाखिले नहीं मिले। ज्ञात हो कि नई एडमिशन पॉलिसी के तहत उच्च शिक्षा में गैरबराबरी को बढ़ावा दिया गया है, वंचित तबकों से आने वाले कई छात्रों को 2021 सत्र में फी वेवर (फीस पर छूट) नहीं दिया गया है। साथ ही, छात्रों को छात्र कल्याण फंड (एसडबल्यूएफ) और छात्रवृत्ति नहीं दिए गए हैं। प्रशासन के वादे के अनुसार एक्सट्रा म्यूरल कोस्ट (ईएमसी) भी नहीं लौटाई गई है। ऊपर से इस सत्र में भी ईएमसी ली गई है जबकि कैंपस खुलने के विषय में कोई जानकारी नहीं है।
केवाईएस मांग करता है कि जिन छात्रों का नामांकन रद्द किया गया है उनका दुबारा नामांकन तुरंत किया जाये। साथ ही, प्रशासन के आश्वासन के अनुसार फीस में छूट और किश्तों की सुविधा दी जाए। एसडबल्यूएफ, ईएमसी और छात्रवृत्ति छात्रों को तुरंत मिलें। इन मांगों को न माने जाने की स्थिति में केवाईएस और छात्र आंदोलन अपना आंदोलन तेज करने को मजबूर होंगे।
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