- करैहड़ा गांव के बाल्मीकियों के बौद्ध धर्म में धर्मांतरण कराने में विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल।
- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विधायक अमानतुल्लाह खान और सांसद संजय सिंह द्वारा पवन को 10 लाख देकर और अन्य लोगों को 2-2 लाख रूपए देकर धर्म परिवर्तन की झूठी अफवाह फैलाई गई।
सर्वोदय शांतिदूत ब्यूरो
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नन्द किशोर गुर्जर |
साहिबाबाद । लोनी विधायक नन्द किशोर गुर्जर ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर हाल ही में करैहड़ा गांव में हुए धर्मांतरण में विदेशी फंडिंग का आरोप लगाते हुए आईएसआई, दाउद इब्राहीम और आप पार्टी के सांसद संजय सिंह, अमानतुल्लाह खान द्वारा जातिय दंगा फैलाने के षड्यंत्र बताया है।
विधायक नन्द किशोर गुर्जर ने अपने पत्र में कहा है कि आईएसआई, दाउद इब्राहीम और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और अमानतुल्लाह खान के द्वारा षड्यंत्र के तहत देश को जातीय दंगों में झोंकने और करहैड़ा गांव जैसी घटनाओं से देश को अस्थिर करने की साजिश रचने का काम किया गया है। उनका कहना है कि इन लोगों को गिरफ्तार कर पूछ ताछ की जाती है तो मामले का शीघ्र ही खुलासा हो जायेगी।
उन्होंने पत्र में कहा है कि पूर्व में मेरे द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय आपको पत्र लिखकर अवगत कराया गया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार पाकिस्तानी आईएसआई और दाउद इब्राहीम के संपंर्क में है। दाउद इब्राहीम द्वारा ही आम आदमी पार्टी की चुनावी फंडिग दुबई में अमानतुल्लाह खान के साथ एक बैठक के बाद की गई थी जिसके मेरे पास पुख्ता सबूत है लेकिन मेरे पत्र को गंभीरता से नहीं लेने की परीणीति है कि इस देश विरोधी गठजोड़ के हौसले बुलंद हो गए। इस मामले को मेरे द्वारा आपके संज्ञान में लाने के बाद इस्लामिक देशों से मुझे जान से मारने तक की धमकी दी गई जिसकी जांच उत्तर प्रदेश एटीएस कर रही है। उपरोक्त नेक्सस द्वारा पहले अरविंद केजरीवाल की सहायता से मरकज के मोलाना साद ने देश भर में अपने अनुयायियों द्वारा कॅरोना बीमारी साजिश के तहत फैलाया गया जिससे विश्व शक्ति की ओर बढ़ रहे भारत को रोका जा सकें। इसमें अरविंद केजरीवाल कामयाब भी हुए वरना क्या वजह है कि दिल्ली पुलिस मोलाना साद का पता तक नहीं लगा पाई क्योंकि मोलाना साद अरविंद केजरीवाल के घर में छुपा था। हाल ही में हाथरस की हृदयविदारक घटना के माध्यम से पुनः आम आदमी पार्टी के नेताओं की मदद से देश को जातीय दंगों में झोंकने की कोशिश की गई लेकिन उत्तर पद्रेश सरकार की सजगता के कारण यह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए।
हाथरस की घटना के माध्यम से देश को जातीय दंगों में झोंक कर अस्थिर करने का प्रयास विफल होने के बाद आईएसआई, दाउद इब्राहीम और अरविंद केजरीवाल द्वारा पुनः उत्तर प्रदेश की सरकार एवं होने वाले उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए गाजियाबाद के करहैड़ा गांव को जातीय उन्माद और दंगों की प्रयोगशाला बनाने के क्रम में पवन नाम के भोले-भाले व्यक्ति को दिल्ली के एक होटल में मीटिंग कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विधायक अमानतुल्लाह खान और सांसद संजय सिंह द्वारा 10 लाख देकर और अन्य लोगों को 2-2 लाख रूपए देकर धर्म परिवर्तन की झूठी अफवाह फैलाई गई जिससे विश्व का ध्यान खींचा जा सके और पूरे देश को जातीय दंगों में झोंककर भारत की छवि विश्व पटल पर धूमिल की जा सकें हालांकि यह घटना जमीनी स्तर पर झूठी है। मैंने स्वंय घटनास्थल पर पहुंचकर इसकी पुष्टि की है। इस घटना को बड़े स्तर पर प्रचार करने के लिए कुछ राष्ट्रविरोधी पत्रकारों को भी पैसा दिया गया है। करहैड़ा मामलें में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, विधायक अमानतुल्लाह खान, सांसद संजय सिंह की भूमिका की पुष्टि के लिए आप इनके फोन डिटेल निकालकर देख सकते है जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा कि ये लोग भारत में दाउद इब्राहीम और आईएसआई के एजेंट है और ये लोग करहैड़ा जैसी घटना को पूरे भारत स्तर पर आयोजित करने की तैयारी कर चुके है। वाल्मीकि समाज जो सनातन धर्म की रीढ़ रहा है जिसने मुगलों के अत्याचार के बाद भी मैला ढोना स्वीकार किया लेकिन अपना धर्म नहीं बदला। पूरे सनातन धर्म को वाल्मीकि समाज पर गर्व है और इस घटना के माध्यम से वाल्मीकि समाज के गौरवमयी इतिहास को साजिश के तहत कलंकित करने का कार्य किया गया है।
अतः उपरोक्त गंभीर विषय को ध्यान में रखते हुए दिल्ली की सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए और अरविंद केजरीवाल, अमानतुल्लाह खान और संजय सिंह को तुरंत गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए जिससे देश को जातीय दंगों में झोंकने और अस्थिर होने से बचाया जा सकें।
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