नम आंखों से दी लोगों ने अंतिम विदाई
सर्वोदय शांतिदूत ब्यूरो
गाजियाबाद । गरीबों के मसीहा व गाजियाबाद के पूर्व कांगे्रस सांसद सुरेंद्र प्रकाश गोयल का शुक्रवार की दोपहर को हिंडन तट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके पुत्र सुशांत गोयल ने उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। नम आंखों से परिजनों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई दी। इस मौके पर झुग्गी - झोपड़ी से कालोनी बने कई कालोनियों से महिलाएं भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने आई थी।
पूर्व सांसद सुरेंद्र प्रकाश गोयल का कोरोना संक्रमण के कारण दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में शुक्रवार की सुबह छह बजे निधन हो गया। उनके निधन के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक का लहर छा गया है। उनका पार्थिक शरीर दोपहर के करीब दो बजे अस्पताल से सीधे हिंडन नदी के तट पर स्थित शमशान घाट पर लाया गया और कुछ देर के लिए दर्शनार्थ हिंडन नदी तट पर रखा गया। जहां उनके परिजनों व अन्य लोगों ने अंतिम दर्शन किए। इसके बाद उन्हे गार्ड आॅनर दिया गया और उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गौरतलब है कि सुरेंद्र प्रकाश गोयल ने गाजियाबाद में नगर पालिका के पार्षद से अपनी राजनीति की शुरूआत की। इसके बाद नगर पालिका चेयरमैन, विधायक और सांसद चुने गए। उनके द्वारा हमेशा गरीब, निसहाय और कमजोर वर्ग की आवाज उठाई गई। झुग्गी - झोपड़ी वालों के लिए उन्हें कई बार प्रशासन से आमना - सामना भी करना पड़ा। वे हमेशा दूसरों के लिए जीये और सभी के दुख - सुख में शामिल रहें। यहां तक कि राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के सुख - दुख में वे एक परिवार के सदस्य के तरह शामिल हो जाते थे। आज उनके कार्यो की चर्चा ठेली पटरीवाले व नेता भी करते सुने गए।
इस अवसर पर कांगे्रस के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव, नगर अध्यक्ष मनोज कौशिक, सतीश त्यागी, ओमप्रकाश शर्मा, हरेन्द्र कसाना, नरेन्द्र राठी, मुरादनगर के विधायक अजित पाल त्यागी, पूर्व विधायक प्रशांत चैधरी, गजराज सिंह, लोकदल के प्रवक्ता सरदार इंद्रजीत सिंह टीटू, कांगे्रस नेता लियाकत अली, एहसान अली, समीर खान, संजय त्रिपाठी, मनोज शर्मा, उमेश शर्मा आदि मौजूद थे।
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