- दूसरे सेमेस्टर की कक्षाएँ अब तक नहीं हुईं शुरू, छात्रों को अब तक नहीं मिला प्रिंटेड स्टडी मटेरियल
- एसओएल छात्रों ने अपनी समस्याओं को लेकर डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर से भी की मुलाकात
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) छात्रों के साथ मिलकर एसओएल भवन में एक विरोध प्रदर्शन किया। बीए प्रोग्राम के छात्रों की (जो एसएओएल का बहुत बड़ा हिस्सा है) कक्षाएँ शुरू न होने के मुद्दे पर इस धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने एसओएल के निदेशक को इस मुद्दे पर अपना ज्ञापन सौंपा। साथ ही छात्रों ने रैली निकालकर डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर के सामने भी अपनी बात रखी, जो एसओएल छात्रों की शिकायतों को देखने के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी भी हैं।
ज्ञात हो कि एसओएल के छात्र पहले से ही बहुत सारी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा बिना किसी पूर्व तैयारी के दाखिला प्रक्रिया के बीच में ही सेमेस्टर व्यवस्था लाने से छात्रों में अफरा-तफरी का माहौल था। एक ओर एसओएल के बीए प्रोग्राम के छात्रों की दूसरे सेमेस्टर की कक्षाएँ छात्र की कक्षाएँ तो शुरू नहीं हुई हैं, वहीं दूसरी ओर बीए (ऑनर्स) अंग्रेजी और राजनीति विज्ञान की कक्षाएँ काफी देरी से शुरू हुई हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर छात्रों का सेमेस्टर जनवरी के पहले सप्ताह में शुरू हुआ था, लेकिन एसओएल में क्लासेस का देरी में शुरू होना छात्रों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। सेमेस्टर प्रणाली के कारण प्रथम वर्ष के छात्रों को पिछले सेमेस्टर की तरह इस सेमेस्टर में भी कक्षाओं की कमी के कारण भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं छात्रों की दूसरी समस्या स्टडी मटेरियल के साथ जुड़ी हुई है। यूजीसी रेगुलेशन, 2017 में छात्रों को दाखिले के 15 दिनों के भीतर स्टडी मटेरियल मुहैया किया जाने का प्रावधान है। परंतु अब तक छात्रों को प्रिंटेड स्टडी मटेरियल मुहैया नहीं कराया गया है। इसके साथ ऑनलाइन में भी बहुत देरी से (जनवरी के आखिरी हफ्ते में) स्टड़ी मटेरियल अपलोड किया गया है। पहले सेमेस्टर के स्टडी मटेरियल में बहुत ज्यादा गलतियाँ पायी गई थी, और अभी भी संशोधित मटेरियल न तो छात्रों को मुहैया किया गया है न ही इसके बारे में भी कोई पुख्ता जानकारी प्रशासन की ओर से दी जा रही है।
दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए भी छात्रों से दुबारा परीक्षा की फीस ली जा रही है, जबकि पहले वार्षिक मोड में छात्रों से एक ही बार फीस ली जा रही थी। यह ज्ञात हो कि एसओएल द्वारा मुहैया किये जाने वाली सुविधाओं के मुकाबले छात्रों के द्वारा दी जाने वाली फीस बहुत ज्यादा है। ऐसी स्थिति में छात्रों से दुबारा परीक्षा की फीस न लेकर दाखिले के वक्त ली गई फीस से ही इस समस्या का समाधान किया जाए।
इस सभी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए केवाईएस ने माँग की कि पहले वर्ष और सभी कोर्सों के छात्रों की कक्षाएँ जल्द से जल्द शुरू की जाएँ और छात्रों को दोनों सेमेस्टर के स्टडी मटेरियल मुहैया किया जाए। साथ में छात्रों से परीक्षा की फीस दुबारा लिये जाने की भी वह निंदा करता है और मांग करता है कि दाखिले के वक्त ली गई फीस से ही परीक्षाएँ करवाई जाएँ। समस्याओं को दूर करने के लिए केवाईएस आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर अपना आंदोलन और तेज करेगा।
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