लावारिस व निराश्रित पशुओं को कांजी हाउस व गौशाला में रखे, किसानों की फसल बरवाद होने से रोकें
गाजियाबाद, ( प्रमुख संवाददाता ) शहर में अलाव जलाने व आश्रय स्थलों व रैन बसेरों की नियमित निरीक्षण करें अधिकारी । यह बात जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी कलेक्टेªट सभागार में गौशालाओं, आश्रय स्थल व रैन बसेरों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहीं।
उन्होने जनपद में नगर निगम व नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों में स्थित गौशालाओं, आश्रय स्थल व रैन बसेरों के निर्माण कार्यो व संचालन की जानकारी ली। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश है कि निराश्रित व लावारिस पशु खुले में न घूमें उनके लिए गौशाला व कांजी हाउस निर्मित किये जाये। एक सप्ताह में तीनों तहसीले समन्वय बनाकर कार्य करें। चरागाहों की जमीने चिन्हित कर ली जाये। उन्होने कडी नारजगी व्यक्त करतें हुये कहा कि पतला निवाडी व और छोटी नगर पंचायतें इस क्षेत्र मंे अच्छा कार्य नही कर रही है जिस पर उन्होने कहा कि उ0प्र0 सरकार की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों पर गम्भीरता से कार्य कराना सुनिश्चित करें। उन्होने निर्देश दिये कि आपात बोर्ड की बैठक बुलाकर गौशाला निर्माण हेतु प्रस्ताव कराय और अगले 10 दिन में कार्य पूर्ण करायें। ग्रामीण क्षेत्रों में रजापुर , मुरादनगर, लोनी क्षेत्र पंचायत की राशि से गौशालाएं निर्मित करा लें।
जिलाधिकारी ने जिला वन अधिकारी को निर्देश दिये कि हिण्डंन पर नील गाय पकडने का कार्य पूर्ण कर लिया जाये। नगर निगम द्वारा दो हजार बन्दर पकडने का कार्य प्रस्तावित है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिस नगर पालिका में बन्दर की समस्या आ रही है। वह जिला वन अधिकारी से समन्वय बनाकर कार्य करें। आवारा कुत्तों को पकडने का कार्य भी नगर निगम द्वारा किया जाये। उन्होने अपर आयुक्त नगर निगम से जनपद में अलाव जलाने की भी जानकारी ली ओैर कहा कि रैन बसेरों में गद्दे, कम्बल, शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित करायें। डूडा द्वारा आज 5 आश्रय स्थल संचालित किये जा रहे है। जिलाधिकारी ने कहा कि जहाॅ-जहाॅ लोग सडकों पर सोते मिले उन्हें आश्रय स्थल में शिफ्ट करा दिया जाये। कैम्प लगाकर जनप्रतिनिधियों व एन0जी0ओ0 की उपस्थिति में 4 दिन में कम्बल वितरण कार्य पूर्ण कर दिया जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, जिला वन अधिकारी सहित सम्बन्धित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
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