आजादी की 78 वीं वर्षगांठ पर 75 विमानों ने हवाई करतब दिखाये।
सर्वोदय शांतिदूत ब्यूरो
साहिबाबाद । भारतीय वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी ने कहा कि याद रखिए कि देश की संप्रभुत्ता और अखंडता की किसी भी कीमत पर रक्षा करना हमारा पवित्र कर्तव्य है और आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम देश का सिर कभी न झुकने दें। हमें देश को यह दिखाना होगा कि बाहरी ताकतों को हमारी सीमाओं का उल्लंघन करने नहीं दिया जाएगा। मैं आपसे स्पष्ट दिशा, अच्छा नेतृत्व और उत्कृष्ट संसाधन मुहैया कराने वादा करता हूं।
यह बात उन्होंने 89 वां वायुसेना स्थापना दिवस के मौके पर हिंडन एयर बेस पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने आगे कहा कि चूंकि हमारी चुनौतियां लगातार बढ़ रही है, ऐसे में हमारी ताकत और यह सुनिश्चित करने का संकल्प भी बढ़ रहा है कि हवाई ताकत का सबसे अच्छा इस्तेमाल किया जाए। जब मैं आज हमारे सामने के सुरक्षा परिदृश्य को देखता हूं तो मैं महसूस करता हूं कि मैंने महत्वपूर्ण समय में कमान संभाली है।
उन्होंने कहा कि वायुसेना के योद्धाओं के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल में सुधार लाने का आह्वान किया और वरिष्ठ अधिकारियों से अपने अधीनस्थ और युवा अधिकारियों को ‘‘सशक्त बनाने तथा उन्हें तैयार करने’’ में समय देने और प्रयास करने को कहा तथा इसे अपना प्राथमिक कार्य समझने को कहा।
एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि बीता साल ‘‘काफी चुनौतीपूर्ण लेकिन अत्यधिक फायदेमंद’’ रहा। उन्होंने कहा, - पूर्वी लद्दाख में हुए घटनाक्रम की प्रतिक्रिया में त्वरित कार्रवाई भारतीय वायुसेना की, किसी भी परिस्थिति से निपटने की तैयारी का प्रमाण थी। कोविड से संबंधित सभी कार्यों को पूरा करने में हमारे प्रयास राष्ट्रीय कोशिशों के समर्थन में एक बड़ी उपलब्धि रहे।
जवानों के शौर्य से आसमान पर छा गया इंडियन एयर फोर्स
वायु सेना अपनी 89 वीं वर्षगांठ पर हैरतअंगेज हवाई करतब दिखा दुश्मन देशों को अपनी ताकत दिखाई वहीं जवानों के शोर्य का प्रदर्शन आसमान पर छा गया। जवानों के करतब देख लोगों के तालियों के गडगडाहठ से आसमान गूंज उठा। भारती जेट्स और हेलिकॉप्टर्स अपना दम दिखाएं। इस मौके पर कई तरह के करतब और शानदार एयर शो भी देखने को मिला ।
विनाश फॉर्मेशन के जरिए 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में देश की विजय को याद किया गया। ग्रुप कैप्टेन ए माथुर की अगुवाई में ये फॉर्मेशन एल शेप में बनाया गया। भारत की आजादी के 75 साल पूरा होने पर सूर्य किरण एक्रोबैटिक टीम ने आसमान में प्रस्तुति दी। आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के मध्येनजर हवाई करतब में 75 विमानों को शामिल किया गया। आज की इस भव्य परेड का उद्घाटन आकाशगंगा टीम के जांबाज योद्धाओं के करतब के साथ हुआ। इन योद्धाओं ने 8000 फीट की उंचाई से छलांग लगायी। आज की प्रस्तुति में भारतीय वायुसेना के तमाम एयर क्राफ्ट्स अपना करतब दिखाये वहीं अलग-अलग प्रदर्शन में राफेल, एलसीए तेजस, जगुआर, मिग-29, मिराज 2000 लड़ाकू विमानों में से प्रत्येक को परेड के ऊपर उड़ान भरते हुए देखा गया।
एयर चीफ मार्शल ने बताया कि हमारी इस बार की थीम आत्मनिर्भर और सक्षम देश के माहौल को बताती है। हमारे देश में जिस तरह से मेक इन इंडिया के तहत चीजों का निर्माण हो रहा है उसी को ये थीम दर्शाती है। उन्होंने कहा कि हमारे नए जवान जो सेना ज्वाइन कर रहे हैं वो बेहद काबिल हैं। जिससे सेना को भी बहुत मदद मिल रही है।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे तथा तीनों सेनाओं और रक्षा मंत्रलाय के कई शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे। इस बार स्थापना दिवस की थीम आत्मनिर्भर और सक्षम रखा गया है। इसमें आजादी के 75 वीं वर्षगांठ को मध्येनजर रखते हुए 75 विमानों से हवाई प्रदर्शन किया गया।
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