- कोरोना के फैलने के लिए अल्पसंख्यक धार्मिक संगठन को जिम्मेदार बताकर केंद्र सरकार की कोरोना को रोकने में आपराधिक विफलता की करता है भर्त्सना
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) केंद्रीय राज्य गृह मंत्री जी. किशन रेड्डी द्वारा कोरोना के फैलने संबन्धित सांप्रदायिक कथन की कड़ी भर्त्सना करता है। ज्ञात हो कि एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा तबलीगी जमात द्वारा ‘कई’ लोगों को कोरोना फैला। यह एक सांप्रदायिक कथन है और सरकार की कोरोना को रोकने में विफलता का ठीकरा अल्पसंख्यक समुदाय पर फोड़ना चाहता है।
ज्ञात हो कि इस कथन द्वारा सिर्फ एक अल्पसंख्यक धार्मिक समूह को कटघरे में खड़ा कर उन्हें दोषी बताया जा रहा है, जबकि इस तरह के धार्मिक जमावड़े अन्य धर्मों के समूहों द्वारा भी आयोजित किए गए थे, जैसे 16 मार्च को हिन्दू महासभा द्वारा गौमूत्र पार्टी का आयोजन, 17-18 मार्च के बीच तिरुपति में हजारों की भीड़, आदि। साथ ही, लॉकडाउन के शुरुआती दौर तक फैक्टरियों में कामगारों को मालिकों द्वारा जबर्दस्ती काम करने को बाध्य करने की भी ढेरों घटनाएँ सामने आयी हैं। हालांकि, सबसे मुख्य कारण कोरोना के फैलने में विदेशों से आने वाले लाखों अमीर सैलानी थे, जिनको सरकार आइसोलेट करने में पूरी तरह नाकाम रही, और जिन्होंने देश भर में कोरोना को फैलाने का काम किया।
ऐसी स्थिति में, कोरोना के फैलने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक समूह को जिम्मेदार ठहराना, सांप्रदायिक भावनाएँ भड़काने और सरकार की कोरोना को फैलने से रोकने में आपराधिक विफलता को छिपाने की मंशा से किया जा रहा है। केवाईएस राज्य गृह मंत्री, जी. किशन रेड्डी के सांप्रदायिक कथन की कड़ी निंदा करता है, और यह कथन वापस लेने की मांग करता है।
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