- ऑनलाइन परीक्षाओं के कारण डीयू में भारी अफरा-तफरी पर तुरंत कार्रवाई की उठाई मांग
- परीक्षा देने में विफल छात्रों को वैकल्पिक मूल्यांकन के आधार पर पास करने की भी मांग उठाई
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) ने आज दिल्ली विश्वविद्यालय कुलपति को डीयू के रेगुलर और कोर्रेस्पोंदडेंस छात्रों को ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा (ओबीई) से हो रही भारी समस्याओं के संबंध में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में जो छात्र परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं, उनको वैकल्पिक मूल्यांकन के आधार पर पास किए जाने की मांग की। साथ ही, इस संबंध में एक सोशल मीडिया अभियान का भी आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया।
ज्ञात हो कि डीयू ने उच्च न्यायालय में इस बात को रखा है की बड़ी संख्या में छात्र ऑनलाइन ओबीई मोड में आयोजित की जा रही परीक्षाओं को लेने में असमर्थ हैं। शिक्षकों और छात्रों के एक बड़े वर्ग की आशंका के बावजूद, डीयू प्रशासन ओबीई मोड में परीक्षा करने के अपने फैसले पर अडिग रहा, जिसके चलते छात्रों को व्यापक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बड़े पैमाने पर छात्रों के लिए यह परीक्षा एक बड़ा बोझ साबित हो रही है। इसके अलावा, छात्रों को विश्वविद्यालय के अधिकारियों से भी कोई मदद नहीं मिल रही है, क्योंकि प्रशासन चिंतित छात्रों के कॉल का उत्तर नहीं देते या उनकी समस्या का समाधान नहीं करते।
खुद डीयू प्रशासन द्वारा मानी जा रही छात्रों को हो रही भयंकर परेशानियों के बावजूद प्रशासन पूरी तरह से उदासीन रवैया अख्तियार किए हुए है। यह साफ तौर पर जाहिर है कि परीक्षा जल्द निपटाने की जद्दोजहद में डीयू प्रशासन लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खेल रहा है, खासकर वो जो वंचित पृष्ठभूमि से आते हैं। इन सभी समस्याओं को देखते हुए केवाईएस डीयू प्रशासन से मांग करता है कि जो छात्र परीक्षाएँ देने में विफल रहे हैं, उन्हें वैकल्पिक मूल्यांकन के आधार पर पास किया जाये। यह मांग न माने जाने की स्थिति में केवाईएस डीयू कुलपति की बर्खास्तगी को लेकर अपना आंदोलन तेज करेगा।
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