सर्वोदय शांतिदूत ब्यूरो
साहिबाबाद । ईद उल फितर का त्यौहार इस बार कोरोना वायरस की वजह से देशभर में चल रहे लॉकडाउन के कारण परंपरा से हटकर मनाया गया। आज लोगों ने ईद की नमाज मस्जिदों के स्थान पर अपने-अपने घरों में अता की।
शासनादेश में कहा गया था ईद की नमाज के लिए सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा जाए और लोग अपने घरों में ही ईद की नमाज अता करें, मस्जिदों में न आयें। इस अवसर पर ज्यादा से ज्यादा 50 लोगों के मस्जिद में नमाज अता करने के लिए प्रावधान किया गया था। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इस बार लोग ईद की नमाज के बाद एक दूसरे से गले भी नहीं मिले और दूर से ही मुबारक कहने में भलाई समझी।
पूरे हिंडनपार क्षेत्र में ईद की नमाज सकुशल संपन्न हुई और कोई किसी तरह का विवाद नहीं हुआ। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से ईद का त्यौहार फीका फीका रह गया। उसकी वजह यह थी लॉकडाउन के कारण लोगों के काम धंधे पर हुए बुरे असर के कारण लोगों की जेब ढीली थी। उनके पास नए कपड़े तथा स्वादिष्ट पकवान बनवाने के लिए पैसों की कमी थी।
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