सर्वोदय शांतिदूत ब्यूरो
साहिबाबाद । वैश्विक कोरोना महामारी ने विश्व को पूरा चपेट में ले लिया है, हमारा देश भी इस भयंकर वायरस से जूझ रहा है, मरीजो की संख्या डेढ़ लाख के करीब पहुँच रही है। लॉकडाउन के कारण सारे काम-काज ठप्प हो गये, देश के अधिकांश लोग जो रोज कमाते, रोज अपना परिवार पालते उनके सामने घोर संकट आ गया, सबसे अधिक प्रभावित रेहड़ी, पटरी वाले, दिहाड़ी मजदूर, घरों में काम करने वाली महिलाऐं, दस्तकार, फैक्ट्रियों मे काम करने वाले मजदूर हुए। हमारा गाजियाबाद भी महामारी की चपेट में चार लॉकडाउन में है। ऐसे समय में लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट लाॅकडाउन में जरूरतमंदों की लगातार सेवा कर रहा है।
लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राम दुलार यादव ने बताया कि अब तक संस्था वीरेन्द्र यादव एडवोकेट के साथियों के सहयोग से 5000 से अधिक परिवारों तक राशन किट आटा, दाल, चावल, चीनी, नमक, तेल पहुंचा चुकी है। उन्होंने कहा कि एक तरफ महामारी दूसरी तरफ आर्थिक मन्दी से भी देश जूझ रहा है पूरी देश की प्रशासनिक व्यवस्था महामारी की रोकथाम में लगी है, लेकिन अभी भी बीमारी नियंत्रण में नहीं है, महामारी के कारण पूरे देश में 24 मार्च 2020 से चार चरणों में 31 मई तक पूर्ण बन्दी है।
यादव जी ने कहा कि बेरोजगारी बढ़ जाने के कारण सबसे अधिक भयंकर दुखद स्थिति तब पैदा हुई, जब प्रवासी मजदूर पत्नी, बच्चों को लेकर पैदल, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब से निकल, रेलवे लाइनों, पगडंडियों, खेतों के रास्ते भूखा, प्यासा चला जा रहा है और ऐसे में भूख, पीड़ा, सड़क दुर्घटना, रेल दुर्घटना में सैकड़ों की जान चली गयी है। कहीं, कहीं अव्यवस्था का शिकार पुलिस की लाठी का शिकार, लेकिन उसे अपने घर जाने के जुनून के सामने कोई बाधा भी उसे रोक नहीं पाई। लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट ने 30000 हजार से अधिक भोजन के पैकेट, पानी की बोतलें, बिस्कुट, कोल्ड्रिंक लगातार वितरित कर रही है। साहिबाबाद स्टेशन, कड़कड़ माडल, आनन्द विहार बस स्टैंड से लेकर विजय नगर बाइपास, लाल कुआं, रामलीला ग्राउंड, मोहन नगर, करेहडा, नंदग्राम, राजेन्द्र नगर, शालीमार गार्डन जहाँ भी प्रवासी मजदूर भाई, उनके बच्चे मिले वहीँ सेवा किया।
संस्था का मानना है कि यदि पहले ही प्रवासी मजदूरों के जाने की व्यवस्था कर दी जाती उसके बाद लॉकडाउन लगता तो ऐसी दुर्दशा आम जनता की न होती। अब भी खेद है कि श्रमिक सपेशल ट्रेन कुप्रबंधन की शिकार जहाँ 24 घन्टे में पहुँचना चाहिए वहां रेल गाड़ियाँ 68-70 घन्टे में पहुँच रही हैं, उन्हें रेलवे पूरा खाना, पानी इस भीषण गर्मी में भी नहीं दे पा रही है। उन्होंने माननीय रेल मंत्री जी से अनुरोध है कि प्रवासी मजदूरों के लिए खाने, पीने की उचित व्यवस्था की जाय तथा जो 40 से 45 घन्टे मजदूर भाइयों के अपने घर पहुँचने में अधिक समय लग रहा है, इसमें कोई लापरवाही न हो।
आज भी मंगलवार को वीरन्द्र यादव एडवोकेट के साथ अंशु ठाकुर, बिन्दू राय, रेनू पुरी, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, अवधेश यादव, संजू शर्मा, विक्की ठाकुर, उपेन्द्र यादव, गुड्डू यादव, सुरेन्द्र यादव ने ईदगाह रोड पसोंडा, गरिमा गार्डन, अशोक वाटिका, राजेन्द्र नगर सेक्टर-3, शालीमार गार्डन, शिव शक्ति विहार में राशन किट वितरित किया।
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